कर्तव्य के पुजारी | सरदार पटेल की एक कहानी

अहमदाबाद में एक बड़े ही प्रसिद्ध वकील हुए है । आये दिन उनके पास नाना प्रकार के मुकदमे आया करते थे । एक दिन उनके पास एक हत्या का मुकदमा आया । जब उन्होंने अच्छे से जाँच पड़ताल की तो उन्होंने उनका मुवक्किल बेगुनाह पाया । इसलिए वह उसका मुकदमा लड़ने के लिए राज़ी हो… Continue reading कर्तव्य के पुजारी | सरदार पटेल की एक कहानी

माँ बनी बेटे की शत्रु कहानी | Child Caring Story

एक गाँव में एक विधवा माँ रहती थी । पति तो एक दुर्घटना में मारा गया किन्तु उसका एक बेटा था । अपने इकलौते बेटे को बुढ़ापे का सहारा जान, माँ को उससे बहुत अधिक स्नेह था । इतना स्नेह कि अक्सर वह उसकी बड़ी – बड़ी गलतियों को भी नजर अंदाज कर देती थी… Continue reading माँ बनी बेटे की शत्रु कहानी | Child Caring Story

गुरुदेव की अमानत | शिवाजी का सन्यास

छत्रपति शिवाजी अक्सर अपने गुरु समर्थ गुरु रामदास से मिलने जाया करते थे । समर्थ गुरु की मस्ती और आनंद को देखकर शिवाजी का मन भी कभी – कभी इस परेशानियों से भरे राजकाज से छुटकारा पाने को करता था । दिन दुगुनी रात चौगुनी समस्याओं से लड़ते – लड़ते शिवाजी बुरी तरह से परेशान… Continue reading गुरुदेव की अमानत | शिवाजी का सन्यास

वैद्यजी और झूठे ब्रह्मज्ञानी की कहानी

एक नगर में एक शुभचिंतक राजा रहता था । राजा अपनी प्रजा से बड़ा ही स्नेह – प्रेम करता था । दुर्भाग्य से उनके राज्य में एक महामारी फ़ैल गई । जिसके रहते लोग मरने लगे और राज्य की अधिकांश जनता अपंग हो गई, लेकिन राज्य में कोई वैद्य नहीं था । राजा ने पड़ोसी… Continue reading वैद्यजी और झूठे ब्रह्मज्ञानी की कहानी

चमत्कारी दीपक की कहानी

एक नगर में एक बड़े ही नामी महात्मा रहते थे । लोग अक्सर उनके आश्रम धर्म चर्चा के लिए जाया करते थे । महात्मा जी के तर्कपूर्ण और सूझ बुझ भरे जवाब पाकर लोग अपना अहोभाग्य मानते थे । लेकिन कुछ लोगों की शिकायत थी कि वह गृहस्थ के कार्यों में बहुत अधिक व्यस्त रहते… Continue reading चमत्कारी दीपक की कहानी

डसो मत, पर डराना भी ना छोड़ो

एक गाँव के रास्ते में एक बड़ा ही विषैला सांप रहता था । आये दिन किसी न किसी को डसकर वह आस – पास के गाँवो की अर्थियाँ उठवाता रहता था । उसका आतंक लोगों के दिलों में इतना बैठ गया कि लोगों ने उस रास्ते से आना – जाना ही बंद कर दिया ।… Continue reading डसो मत, पर डराना भी ना छोड़ो

अपने पैरों पर खड़ा होना सीखे | महात्माजी और चूहे की कहानी

एक कहानी है । एक बार की बात है कि एक घने जंगल में एक साधू महाराज तपस्या करते थे । लम्बी – चौड़ी तप साधनाएँ करके साधू महाराज ने बहुत सी दुर्लभ सिद्धियों को हस्तगत कर लिया था । किन्तु फिर भी वह अपने में कोई कमी महसूस कर रहे थे । अतः तप… Continue reading अपने पैरों पर खड़ा होना सीखे | महात्माजी और चूहे की कहानी

सुकन्या का साहस पौराणिक कहानी

एक पौराणिक कथानक है । एक बार राजा शर्याति अपने परिजनों के साथ वन विहार पर निकले । दिन भर घूमते – घामते दोपहरी को सभी लोग जलपान करने के लिए एक सरोवर के निकट पहुंचे । सभी लोग जलपान करके विश्राम करने लगे । लेकिन नयी जगह पर बच्चों को कहाँ चैन होता है… Continue reading सुकन्या का साहस पौराणिक कहानी

ईर्ष्या का जहर | दो रानी की कहानी

सुन्दर नगरी में सूर्यप्रताप नामक पराक्रमी राजा हुआ करता था । राजा सूर्यप्रताप की इकलोती रानी थी, जिसका नाम मृगनयनी था । महारानी मृगनयनी बड़ी ही सुशील, सुन्दर और स्वाभिमानी थी । महाराज सूर्यप्रताप महारानी मृगनयनी की सुन्दरता की प्रशंसा करते नहीं थकते थे । एक दिन अचानक एक पड़ोसी राजा ने आक्रमण कर दिया… Continue reading ईर्ष्या का जहर | दो रानी की कहानी

न्यायशील राजा की चतुराई

एक गाँव में आदिनाथ और दीनानाथ नाम के दो किसान रहते थे । दोनों ही किसान घनिष्ट मित्र थे । दोनों अक्सर अपना अनाज लेकर व्यापार के लिए परदेस जाया करते थे । हर साल की तरह इस बार भी दौलतपुर में मेला लगने वाला था । दोनों मित्र अपना – अपना अनाज लेकर मेले… Continue reading न्यायशील राजा की चतुराई