आनंद का मूल्य | स्वामी रामतीर्थ का प्रेरक प्रसंग

स्वामी रामतीर्थ संस्कृत और फारसी के अच्छे विद्वान थे । उनके विद्यार्थी काल में ही उनके पिता ने उनकी शादी करवा दी थी । एक शिक्षक और प्राध्यापक रहने के पश्चात् आखिर एक दिन वह ईश्वर प्रेम में डूबकर रोने लगे । ईश्वर के प्रति उनके प्रेम को देखकर किसी ने भी उनका रास्ता रोकना… Continue reading आनंद का मूल्य | स्वामी रामतीर्थ का प्रेरक प्रसंग

वैद्यजी और झूठे ब्रह्मज्ञानी की कहानी

एक नगर में एक शुभचिंतक राजा रहता था । राजा अपनी प्रजा से बड़ा ही स्नेह – प्रेम करता था । दुर्भाग्य से उनके राज्य में एक महामारी फ़ैल गई । जिसके रहते लोग मरने लगे और राज्य की अधिकांश जनता अपंग हो गई, लेकिन राज्य में कोई वैद्य नहीं था । राजा ने पड़ोसी… Continue reading वैद्यजी और झूठे ब्रह्मज्ञानी की कहानी

चमत्कारी दीपक की कहानी

एक नगर में एक बड़े ही नामी महात्मा रहते थे । लोग अक्सर उनके आश्रम धर्म चर्चा के लिए जाया करते थे । महात्मा जी के तर्कपूर्ण और सूझ बुझ भरे जवाब पाकर लोग अपना अहोभाग्य मानते थे । लेकिन कुछ लोगों की शिकायत थी कि वह गृहस्थ के कार्यों में बहुत अधिक व्यस्त रहते… Continue reading चमत्कारी दीपक की कहानी

डसो मत, पर डराना भी ना छोड़ो

एक गाँव के रास्ते में एक बड़ा ही विषैला सांप रहता था । आये दिन किसी न किसी को डसकर वह आस – पास के गाँवो की अर्थियाँ उठवाता रहता था । उसका आतंक लोगों के दिलों में इतना बैठ गया कि लोगों ने उस रास्ते से आना – जाना ही बंद कर दिया ।… Continue reading डसो मत, पर डराना भी ना छोड़ो

सच्चा भक्त कौन | सोने के थाल का रहस्य

एक नगर में महा शिवरात्रि का भव्य पर्व मनाया जा रहा था । दूर – दूर से लोग शिवजी के दर्शन के लिए पधारे हुए थे । तभी अचानक आकाश मार्ग से बिजलियाँ हुई और सोने का एक थाल उतरा । उसी के साथ एक भविष्यवाणी हुई कि “जो कोई भगवान शंकर का सच्चा प्रेमी… Continue reading सच्चा भक्त कौन | सोने के थाल का रहस्य

सुकन्या का साहस पौराणिक कहानी

एक पौराणिक कथानक है । एक बार राजा शर्याति अपने परिजनों के साथ वन विहार पर निकले । दिन भर घूमते – घामते दोपहरी को सभी लोग जलपान करने के लिए एक सरोवर के निकट पहुंचे । सभी लोग जलपान करके विश्राम करने लगे । लेकिन नयी जगह पर बच्चों को कहाँ चैन होता है… Continue reading सुकन्या का साहस पौराणिक कहानी

ईश्वर कहाँ है – संत नामदेव का प्रेरक प्रसंग

हमारे देश में संतो की परम्परा रही है कि संत अधिक दिन तक एक स्थान पर नहीं ठहरते है । संत ईश्वर के फरिश्तों के रूप में सभी तक ईश्वर के सन्देश को पहुँचाने का काम करते है । ऐसे ही एक संत हुए है – संत नामदेव । संत नामदेव एक बार एक गाँव… Continue reading ईश्वर कहाँ है – संत नामदेव का प्रेरक प्रसंग

जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि – तीन कहानियाँ

कथा है । समर्थ गुरु रामदास रामायण लिखते हुए अपने शिष्यों को सुनाते थे । अज्ञात रूप से हनुमानजी भी रामकथा का रसपान करने हेतु आने लगे । एक दिन अशोक वाटिका का प्रसंग था । हनुमान जी भी पुरानी यादों को ताजा होता देख मग्न हो रहे थे । तभी समर्थ गुरु रामदास ने… Continue reading जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि – तीन कहानियाँ

मन की पवित्रता अनिवार्य है – Pragya Story

एक दिन एक आचार्य अपने शिष्यों को ब्रह्मचारी के गुण बता रहे थे कि ब्रह्मचारी को हमेशा चाहिए कि स्त्रियों से सावधान रहना चाहिए । अष्ट मैथुन को मन – वचन – कर्म से त्याग देना चाहिए । हमेशा ईश्वर का चिन्तन करना चाहिए । उसके दुसरे दिन आचार्य अपने एक शिष्य के साथ एक… Continue reading मन की पवित्रता अनिवार्य है – Pragya Story

संत की क्षमाशीलता

एक बार एक संत जंगली रास्ते से जा रहे थे तभी कहीं से एक आदमी उनके पीछे – पीछे चलने लगा । वह व्यक्ति संत को भद्दी गालियाँ बक रहा था । लेकिन संत शांत भाव से अपने रास्ते चले जा रहे थे । जंगली रास्ता समाप्त होते ही संत को एक बस्ती दिखाई दी… Continue reading संत की क्षमाशीलता